(युवा ह्रदय सम्राट, जन जन के हितेषी, किसाननेता श्री हनुमान जी बेनिवाल पर लिखी मेरी कविता )
.................. हर जाती को चाहता है.हर छाती मे धडकता है.जाटो का अभिमान है. वो शेर हनुमान है!! तलवार की धार है.बरसता अगार है.आसमान मे निशान है.वो शेर हनुमान है!! जिसने आके किया पाप है.उसको दी वही मात है.इसके पास हर कमान है. वो शेर हनुमान है!! जो जन बेगुनाह है.उनकी यह पनाह है.सत्य का श्रीमान है.वो शेर हनुमान है!! मैदानएजंग का शुर है.वीरो का वीर है.उसकी शक्ती तूफान है. वो शेर हनुमान है!! समुद्र का भूचाल है.जाटो का नाज है.धरती कि शान है.वो शेर हनुमान है!! निष्ठावान् विधायक है.हर शख्स का रखवाला है. खीवसर का ताज है.वो शेर हनुमान है!! विरोधियो को फाडा है. दलगतो को तोडा है.बडा जिदादिल इँसान है.वो शेर हनुमान है!! बिजली सा चमका है.बादल सा गरजा है.चट्टानोँ सा बलवान है.वो शेर हनुमान है!! आज सुनाई हुँकार है. तुम्हेँ खुली ललकार है.जिसे जातीय मान है.वो शेर हनुमान है!! साथ जनता की रवानी है,यही विजय की कहानी है.फिर आयेगा हमे विश्वास है.वो शेर हनुमान है!! उंचा ये पहाड है, शेर कि दहाड है.'तेजाभक्त'गाये गुणगान है,वो शेर हनुमान है!!वो शेर हनुमान है!!वो शेर हनुमान है!! वो शेर हनुमान है!!___________________ लेखक -श्रवण कुमार
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