"राजस्थानी कविता - (आपणो गाँव दुगस्ताऊ)
जायल रा जाट
Friday, May 4, 2018
कितना अच्छा लगता है
चेहरे पर हंसी छा जाती है, आँखों में सुरूर आ जाता है, जब कोई मुझे अपना समझता है, मुझे खुद पर गुरुर आ जाता है। ...
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