जायल रा जाट
पाळगोठ
पांच - च्यार घरां बिचाळै
पळज्यै
गंडकां रो परवार
पण
दो‘रा हुज्यै पळना
बडेरा मां-बाप
पांच-च्यार बेटां बिचाळै।
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